छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा हम सभी के लिए सौभाग्य की बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा हम सभी के लिए सौभाग्य की बात  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस पर कुम्हारी अंचल के युवाओं को दी महाविद्यालय की सौगात

 प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने महाविद्यालय का नामकरण
 स्वर्गीय श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल के नाम पर किए जाने की घोषणा की

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए दुर्ग जिले के कुम्हारी में नवीन शासकीय महाविद्यालय का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्हारी में महाविद्यालय का खुलना, शिक्षा का दीप जलाना मेरे लिए खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा कर रहे हैं। इस नवीन महाविद्यालय के खुलने से कुम्हारी सहित आस-पास के इलाके के युवाओं के लिए अब उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दुर्ग-भिलाई, अहिरवारा एवं रायपुर जाने की जरूरत नहीं होगी। इस महाविद्यालय में तीनों संकायों कला, विज्ञान, वाणिज्य के अध्ययन-अध्यापन की सुविधा सहजता से सुलभ होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में कृषि एवं जलसंसाधन मंत्री  रविन्द्र चौबे, वनमंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, खाद्य मंत्री  अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन उपस्थित थे। 
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रारंभ हुए इस महाविद्यालय के नामकरण की घोषणा दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री एवं वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर द्वारा स्वर्गीय श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल के नाम पर किए जाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविद्ों, गणमान्य लोगों एवं महाविद्यालय परिवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह मेरे लिए भावुक क्षण है। उन्होंने इस मौके पर कुम्हारी अंचल के युवाओं को भी बधाई और शुभाकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस नवीन महाविद्यालय के प्राचार्य एवं प्राध्यापकगण शिक्षा की  गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान देंगे, ताकि यहां शिक्षा अध्ययन करने वाले युवा विद्यार्थी अंचल का नाम रोशन कर सके।
    दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री एवं वन मंत्री  मोहम्मद अकबर ने कहा कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ समग्र विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में गरीब परिवार के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की पहल पर 172 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। राज्य में जरूरत के मुताबिक महाविद्यालय भी खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों, ग्रामीणों, तेन्दूपत्ता संग्राहकों एवं भूमिहीन कृषि मजदूरों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहायता उपलब्ध करा कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह मानना है कि छत्तीसगढ़ को सशक्त बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों को सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाना जरूरी है। मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस मौके पर कुम्हारी के नवीन शासकीय महाविद्यालय का नामकरण मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की माताजी स्वर्गीया श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल के नाम पर किए जाने की घोषणा की जिसका उपस्थित जनसमुदाय ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। कुम्हारी के नगर पालिका अध्यक्ष  राजेश्वर सोनकर ने भी नवीन महाविद्यालय की सौगात के लिए कुम्हारी की जनता की ओर से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताया।
    कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री  उमेश पटेल ने कहा कि कुम्हारी में नवीन शासकीय महाविद्यालय शुरू होना खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में राज्य में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता एवं अधोसंरचना पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के 85 महाविद्यालय आज की स्थिति में नेक ग्रेडिंग प्राप्त कर चुके है। वर्ष 2022 तक राज्य के सभी महाविद्यालय को नेक ग्रेडिंग में लाने के लिए तेजी से शिक्षा की गुणवत्ता एवं अधोसंरचना को विकसित किया जा रहा है। महाविद्यालय की प्रभाीर प्राचार्य डॉ. अमृता कस्तूरे ने इस मौके पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और कहा कि कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय में 90-90 सीटे है जिनपर छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जा रहा है। बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र रामचन्द्र यादव ने कुम्हारी में महाविद्यालय शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल का आभार जताया और कहा कि इससे अंचल के विद्यार्थियों को अब बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। कार्यक्रम में नगर पालिका कुम्हारी के उपाध्यक्ष के. रविकुमार, लोकनिर्माण समिति के चेयरमेन  मनहरण यादव, श्रीमती जानकी धु्रव सहित अन्य पार्षदगण एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।