रायपुर में आज से नाइट कर्फ्यू लागू,स्कूल कॉलेज बंद का फरमान।
पुलिस मुख्यालय पहुचा कोरोना।सूत्रों के अनुसार 4 वरिष्ठ आईपीएस अफसरों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर है।आई जी संजीव शुक्ला,डीआईजी विनीत खन्ना, एआईजी राजेश अग्रवाल हुए संक्रमित।
कोरोना की तीसरी लहर का आगाज हो चुका है।देशभर में केस बढ़ने के साथ नाइट कर्फ्यू लागू किया जा रहा है छःग में भी दो जिलों में आज से एहतियातन रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू किया जा रहा है,सरकार ने रायपुर और रायगढ़ में नाइट कर्फ्यू लगाने कलेक्टरों को निर्देश दे दिया है। सरकार ने कलेक्टर, एसपी को भेजे निर्देश में कहा है कि चार फीसदी से अधिक पॉजिटिव रेट वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू किया जाए, इस केटेगरी में राज्य के रायपुर और रायगढ़ जिले हैं,जहां चार फीसदी से अधिक पॉजिटिव दरें हैं
गृह विभाग के निर्देश के अनुसार इन दोनों जिलों में रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। प्रशासन चाहे तो धारा 144 प्रभावशील कर सकता है। इसके साथ ही दोनों जिलों में स्कूल, आंगनबाड़ी, लायब्रेरी, स्वीमिंग पुल पूर्णतः बंद रहेंगे।
गृह विभाग ने जिलों को दो केटेगरी में बांटा हैं। चार प्रतिशत से नीचे वाले जिलों में सभी तरह के जुलूसों, रैलियों, सभाओं, सार्वजनिक समारोहों, सामाजिक/सांस्कृतिक/धार्मिक/खेल आदि के सामूहिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कोरोना से दो दो हाथ करने स्वास्थ्य अमला पूरी तरह से तैयार है।सूत्रों के अनुसार माना में 300 बिस्तर के साथ एक दर्जन से अधिक वेंटिलेटर,जिला अस्पताल पंडरी में 35 बिस्तरों के साथ लगभग 10 वेंटिलेटर की भी सुविधा उपलब्ध है।आयुष यूनिवर्सिटी उपरवारा में 500 बिस्तर ऑक्सीजन सुविधा के साथ,एम्स और मेकाहारा में भी बड़े पैमाने पर तैयारी की जा चुकी है।आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में 300 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है।गौर तलब है कि दूसरी लहर में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बड़ी समस्या बनकर उभरे थे वहीं तीसरी लहर से लड़ने भूपेश सरकार ने पूर्व से तगड़ी व्यवस्था की हुई है।
यह कहा जा सकता है कि राज्य शासन किसी भी आकस्मिक स्थिति का सामना करने पहले की तुलना में चार गुना क्षमता के साथ तैयार है।
आज की स्थिति में अस्पतालों में दबाव नही है ज्यादातर मरीज घरों पर ठीक हो रहे हैं।छःग में ओमिक्रोन की अब तक पुष्टि नही हुई है।हालांकि कुछ सैम्पल जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए हैं।सनद रहे कि कोरोना को लेकर उठाये जा रहे कदम एहतियातन है,लोग यदि जागरूकता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का सही तरह से पालन करें तो तीसरी लहर में स्थिति को विकराल होने से बचाया जा सकता है।