चुनावी दंगल-सर्वे-बिरगांव में कांग्रेस ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी
सर्वे-बिरगांव में कांग्रेस ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर।
बिरगांव की जनता ने पिछली बार भाजपा को चुना था।इसके पीछे यह सोच हो सकती है कि तब राज्य में भाजपा की सरकार थी बेतरतीब बसाहट वाले इस आद्योगिक क्षेत्र को विकास की आस थी,लोगो को क्षेत्र का सर्वागीण विकास चाहिए था।लेकिन भाजपा के चुने हुए प्रतिनिधियों ने बिरगांव के विकास के पहिये को रोककर,जनता से दुर्व्यवहार कर ऐसी छवि गढ़ दी कि इस बार बिरगांव में पासा उल्टा पड़ चुका है।
एक निजी सर्वे कंपनी ने सितंबर अक्टूबर नवम्बर के दौरान क्षेत्र के 3000 से अधिक लोगों से 10 बिंदुओं पर की गई विस्तृत चर्चा उपरांत यह दावा किया है कि भाजपा के ज्यादातर उम्मीदवार अपनी जमानत नही बचा पाएंगे।सूत्रों के अनुसार उक्त सर्वे कंपनी को भाजपा के किसी नेता की ओर से काम दिया गया था लेकिन रिपोर्ट गलत आने पर पूरा भुगतान नही किया गया ।
सर्वे में यह महत्वपूर्ण तथ्य निकल कर आया है कि क्षेत्र की जनता अपने चुने हुए जनप्रतिनिधियों के पूरे 5 साल के रवैये से अधिक भाजपा आलाकमान की उदासीनता के खिलाफ आक्रोश में हैं
इलाके के लोगो का मानना है कि भाजपा के बड़े नेताओं व संगठन ने समय रहते मेयर व निष्क्रिय पार्षदों को नही चेताया,मनमानी करने दी गई।बिरगांव को ऐसे लोगो के जिम्मे छोड़ दिया गया जिन्हें स्वयं के विकास के आगे कुछ दिखलाई नही दिया।
जनता ने भाजपा के कमल निशान पर विश्वास किया था लेकिन भाजपा यहां अविश्वसनीय साबित हुई।
लोगो का यह भी कहना है कि विकास छोड़िए जब बात जीवन मरण की आई तब पूरे कोरोनाकाल में भाजपा के नेता घरों में दुबके रहे जबकि स्थानीय विधायक श्री सत्यनरायण शर्मा उनके सुपुत्र पंकज व विशाल शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सैकड़ो मरीजों को अस्पताल दवा से राशन तक हर सम्भव मदद पहुचाई।
बिरगांव में कांग्रेस की आंधी की कई वजहों में से एक आवास पट्टा भी है।बिरगांव राज्य का सबसे पुराना आद्योगिक क्षेत्र है यहां ज्यादातर बसाहट सरकारी जमीनों पर है।इलाके के लोगो को भाजपा की पंद्रह साल रही सरकार में पट्टे नही दिए गए जबकि कांग्रेस सरकार ने अपना वादा निभाते हुए सर्वे के प्रथम चरण में एक बड़े हिस्से में घर घर सर्वे भी करवा दिया है।
कांग्रेस भाजपा के अलावा अन्य दलों को लेकर भी सर्वे में यह बात निकल कर आई है कि वार्ड व निगम क्षेत्र में अवरुद्ध विकास कार्यो के लिए जनता ने भूपेश सरकार के साथ रहने का मन बना लिया है तथा जोगी कांग्रेस अथवा भाजपा के वार्ड प्रत्याशी को वोट कर वार्ड को विकास की मुख्यधारा से काटने का काम स्थानीय मतदाता नही करेंगे।
बिरगांव निगम चुनाव की कमान कांग्रेस नेता पंकज शर्मा के हाथ मे है।रायपुर ग्रामीण विधानसभा में पंकज शर्मा को भावी विधायक के तौर पर देखा जाता है।पंकज के नेतृत्व में जिले के दर्जनों अनुभवी नेताओ को वार्ड प्रभारी का दायित्व देकर काम पर लगाया गया है।वहीं भाजपा की ओर से भी अजय चंद्राकर,राजेश मूणत,श्री चंद सुंदरानी जैसे अनेको बड़े नेता व उनके सैकड़ों समर्थक बिरगांव में मेहनत कर रहे हैं लेकिन पूरे 5 साल भाजपा को देने के बाद भी कोई उल्लेखनीय नतीजा नही आने को लेकर भाजपा नेताओं को जगह जगह जनता की ओर से टीका टिप्पणी सुनने को मिल रही है।बताते हैं कि यही वजह है कि भाजपा ने अपना प्रमुख चुनाव कार्यालय कांग्रेस कार्यालय की तरह सघन क्षेत्र में ना खोल दूर एक किनारे यानी कि रायपुर बिलासपुर मुख्य मार्ग पर खोला हुआ है।
रायपुर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा यहां लगातार दशकों से सक्रिय रहते आये हैं,विधानसभा परिसीमन के पूर्व वे रायपुर जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं।यहां के ज्यादातर परिवारों को वे नाम से जानते हैं।
चुनाव परिणाम अभी दूर है लेकिन यह तय है कि यदि कांग्रेस की विजय होती है तो भाजपा की भांति बिरगांव निगम को भगवान भरोसे नही छोड़ा जाएगा बल्कि यहां द्रुत गति से विकास के काम होंगे क्योंकि निगम की कार्यप्रणाली के आधार पर ही यहां पंकज शर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी होगी।