पादरी पर नही यह सीधे राज्य सरकार पर हमला है-अभिषेक सिंह राजपूत

भाजपा के पास जब मुद्दा नहीं होता तो सांप्रदायिकता उसका सबसे आसान कार्ड होता है। वह इसी कार्ड से खेलती है।। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी अब धर्मांतरण को मुद्दा बनाने की जुगत में लगी है-अभिषेक सिंह राजपूत

पादरी पर नही यह सीधे राज्य सरकार पर हमला है-अभिषेक सिंह राजपूत

जशपुर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राजपूत ने एक बयान जारी कर रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में धर्मांतरण के आरोप में पक्ष रखने बुलाये गए पादरी पर निरीक्षक कक्ष में किये गए जानलेवा हमले को राज्य सरकार पर हमला बताते हुए दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।।


अभिषेक सिंह राजपूत ने कहा कि लोकहित में अपने कार्यो से कुछ ही समय मे देशभर में उदाहरण बन चुकी राज्य की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए भारतीय जनता पार्टी पिछले 2 महीनों से राज्य में धर्मांतरण का मुद्दा खड़े करने का प्रयास कर रही है,भाजपा के इन्हीं कुत्सित प्रयासों के बीच रायपुर के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के चंगोराभाठा में हो रही ईसाई धर्मियों की प्रार्थना सभा में धर्मांतरण का बेबुनियाद आरोप लगाकर पादरी को पहले तो आनन फानन में पक्ष रखने पुलिस थाना बुलाया गया और फिर बगैर आरोपों की पुष्टि के सफाई देने आए पादरी पर सुनियोजित रुप से भाजपा के गुंडों के द्वारा जानलेवा हमला कर तनाव की स्थिति खड़ी कर दी गई ताकि इस पूरी खबर से राज्य में सनसनी का वातावरण बने और धर्मांतरण के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओ को इस घटना की आड़ में बयानबाजी कर जनता को दिगभृमित करने का अवसर सुलभ हो सके।


अभिषेक सिंह राजपूत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार को बदनाम करने समाज विशेष को लेकर छत्तीसगढ़ में डर का माहौल बनाने में जुटी हुई है, और पुलिस वालों की गलती से उन्हें लगातार यह अवसर सुलभ हो रहा है।

समय रहते यदि भाजपा पोषित गुंडा तत्वों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो राज्य में हर रविवार को ईसाई धर्मियों के द्वारा प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती है।इसी प्रकार झूठे आरोप लगाकर भारतीय जनता पार्टी अपनी राजनीतिक रोटी सेंकती रहेगी।

अभिषेक सिंह ने कहा कि पिछली घटनाओं की भांति चंगोराभाठा  मामले में भी भारतीय जनता पार्टी के आरोप झूठे निकले हैं । मुद्दा विहीन भाजपा के लिए राज्य में धर्मांतरण सत्ता तक पहुचने का एक मुद्दा बन गया है ।।

राज्य में जनता द्वारा पिछले चुनाव में पूरी तरह खारिज कर दी गई भारतीय जनता पार्टी सत्ता की भूख पूरी करने के लिए बार-बार छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का उल्लेख कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है जो कि एक अमानवीय व बेहद घृणित कार्य है।