आतिशबाजी
Premdeep

बड़ी दिवाली का बड़ा धमाका
जिसका नाम रखा हमने पटाखा
जान माल का जिससे नुकसान
घर में लाया हमने वही सामान
खतरो को हमने खुद है पाला
फिर बोलते हैं, फूटता है साला
दिवाली की लिए धन है जोड़ा
एक चिंगारी से उसको फोड़ा
हजारों की करते हैं आतिशबाजी
सौ रुपए के लिए की जालसाजी