अभनपुर कांग्रेस के नेता रतिराम साहू के निष्कासन पर रोक से क्षेत्र में हर्ष की लहर

संगठन का काम जोड़ना है तोड़ना नही।असंतोष पार्टी के खिलाफ़ ना होकर व्यक्ति विशेष के खिलाफ हो तो इसे बातचीत से ठीक किया जा सकता है।पार्टी से बाहर करना कुछ और इशारा करता है-अमित पटेल अभनपुर कांग्रेस कार्यकर्ता।

अभनपुर कांग्रेस के नेता रतिराम साहू के निष्कासन पर रोक से क्षेत्र में हर्ष की लहर
कांग्रेस नेता रतिराम साहू

अभनपुर विधानसभा क्षेत्र में नवापारा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के द्वारा हाल ही में निष्कासित किए गए कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रतिराम साहू के निष्कासन को संज्ञान में लेते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तत्काल प्रभाव से रोक  लगाने का निर्देश जारी कर दिया है ।

कांग्रेस नेता रतिराम साहू पर यह आरोप है कि उन्होंने रायपुर दुग्ध संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष की नियुक्ति पर कटाक्ष किया था।


यह देखा गया है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर अन्य दलों की तुलना में कांग्रेस में बहुत खुला माहौल होता है।आपसी मतभेद तथा नाराजगी में कांग्रेसी नेताओं के द्वारा की गई टिप्पणियों को पार्टी में हमेशा से नजर अंदाज करने की परंपरा रही है। हाल ही में हुए बृहस्पति सिंह विवाद में भी कांग्रेस के इस मित्रवत रवैये को नजदीक से देखा जा सकता है जब वरिष्ठ विधायक बृहस्पत सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री पर अपनी हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए सनसनी खड़ी कर दी थी जिसकी चर्चा दिल्ली आलाकमान तक पहुची किंतु इस पूरे विवाद का पटाक्षेप इस तरह हुआ की विधायक बृहस्पति सिंह ने अपने आरोपो पर स्वयं ही खेद व्यक्त कर दिया।।

अभनपुर प्रकरण में कांग्रेस के कद्दावर नेता रतिराम साहू को एक बयान के आरोप में बगैर जवाब तलब किए सीधे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
रतिराम साहू के निष्कासन के बाद क्षेत्र के कांग्रेस जनों व सामाजिक बंधुओ में आक्रोश का वातावरण देखा गया और सभी ने एक स्वर में पार्टी प्रमुख मोहन मरकाम तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया।

श्री रतिराम साहू की छवि ऐसी है कि पूरे क्षेत्र में एक भी व्यक्ति राजनीतिक रुप से उनके विरोध में खड़ा नही मिलेगा।सहज मिलनसार व्यक्तित्व के धनी श्री रतिराम साहू को राज्य के वरिष्ठ नेतागण भी बहुत सम्मान के साथ देखते हैं।

ऐसे समय में जब कार्यकर्ताओं के अंदर उपेक्षा को लेकर पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर असंतोष का वातावरण बना हुआ है.संगठन के स्तर पर इस नाराजगी को दूर करने पार्टी के कार्यकर्ता व नेताओं के साथ संवाद की आवश्यकता महसूस की जा रही हो ऐसे विपरीत समय मे रायपुर जिले के अंदर कुछ अलग ही घटनाक्रम चल रहा था ऐसा जैसा कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निपटाओ अभियान चल रहा हो।इस निपटाओ अभियान में पार्टी नेताओ का पार्टी के प्रति समर्पण, योगदान व कद भी नही देखा जा रहा था।

बहरहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस निर्णय की सूचना मिलते हो अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर व्याप्त हो गई हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि यह आदेश समय पर नहीं आता तो पार्टी से जुड़े कम से कम एक दर्जन और लोग कार्यवाही की जद में थे ।।

रतिराम साहू के निष्कासन पर रोक के साथ अब क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण में किसी बड़े बदलाव की संभावना व्यक्त की जा रही है।

पार्टी से जुड़े लोगो का मानना है की इस तरह की विद्वेष पूर्ण कार्यवाही की चपेट में आने से बचना हो तो अलग थलग रहकर नही बचा जा सकता,आपसी एकता को बनाये रख अब सब को आपस मे लामबंद होना ही होगा।।अभनपुर डेस्क✍️