पंडरी इलाके में शिंदे की कांग्रेसियों ने की लात घुंसो से जमकर पिटाई।
सूत्रों के अनुसार भूमाफिया से नेता बनने के प्रयास में शिंदे ने इलाके के नेताओं को ओवरटेक करते हुए पूरे इलाके को अपने फ्लेक्स से पाट दिया था।।
इस इलाके में नशे में लिप्त दर्जनों युवकों के अलग अलग अपराधिक समूहों को शिंदे का खुला वरदहस्त हासिल हैं।पंडरी के एक बड़े इलाके के लोग शिंदे के गुण्डो से त्रस्त हैं।इलाके में विगत वर्षो में हुई चार हत्याओं में शिंदे गिरोह का नाम आता है।इनमे चंद्रशेखर नगर पंडरी से दलदल सिवनी के दोहरे हत्याकांड तक घटनाएं शामिल हैं इसके अलावा मंडी गेट में रहने वाले पत्रिका अखबार के पत्रकार विक्रम प्रधान पर जानलेवा हमला एवं महात्मा गांधी वार्ड के पार्षद कार्यालय में घुसकर कार्यालय कर्मचारी पर हमले में भी शिंदे गिरोह का हाथ रहा है।
सूत्रों के अनुसार कभी कांग्रेस नेता आसिफ मेमन का कामकाज देखने वाला मामूली सा युवक शिंदे ने आसिफ के साथ धोखाधड़ी कर उल्टे आसिफ मेमन के विरुद्ध अपराध दर्ज कर अकूत संपत्ति बना ली है।बताया जाता है की यह सभी संपत्ति आसिफ मेमन की थी जो नूर बेगम नामक महिला के पास बतौर अमानत रखी गई थी।
शिंदे ने नूर बेगम को अपने साथ मिलाकर अपने ही मालिक आसिफ मेमन की पीठ में छुरा घोंप दिया।
सूत्रों के अनुसार हाल के वर्षो में धोखाधड़ी से अर्जित इन पैसों से शिंदे ने उच्च स्तरीय राजनीतिक संरक्षण भी हासिल कर लिया।स्थिति यह हो गई की जीवनभर कांग्रेस का झंडा उठाने वाला आसिफ मेमन भी अपने ही नौकर की ताकत के आगे कांग्रेस की सरकार की मदद से वंचित रह गया।
सूत्रों के अनुसार इस बीच विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही पार्षद चुनाव लड़कर सफेद पोश बनने की लालसा में शिंदे ने पंडरी इलाके में सैकड़ों महिलाओ को प्रति महिला 500 रुपए देकर विधायक कुलदीप जुनेजा के समर्थन में बड़ी बड़ी रैलियों का आयोजन करने लगा।भिड़ देखकर कुलदीप भी हक्का बक्का रह गए और अपने पुराने समर्थको को नजरंदाज कर शिंदे की माला जपने लगे।
सूत्रों के अनुसार ज्ञात हो कि पंडरी इलाके में पिछले ढाई दशकों से कांग्रेस नेता जसबीर सिंह ढिल्लन की जोरदार धमक है। जसबीर कई बार पार्षद चुने गए हैं नगर निगम के मजबूत नेता रहे हैं और इलाके में उनकी लोकप्रियता के चलते कांग्रेस को यहां से हर बार लीड मिलते आई है लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में आशीष शिंदे ने इस पूरे इलाके में रूपए पैसे और आपराधिक समूह के दम पर बड़ी-बड़ी रैलियां का आयोजन कर लगातार जसबीर ढिल्लन को नीचा दिखाने का प्रयास शुरू कर दिया
आज प्रगति मैदान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की एक सभा थी जिसको पूरी तरह अपने पाले में लेने के लिए शिंदे ने सभा स्थल को अपनी तस्वीरों और भाड़े पर लाई गई भीड़ दिखाकर शक्ति प्रदर्शन का खेल खेल दिया।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के जाने के साथ नारेबाजी को लेकर हुए विवाद में
शिंदे समर्थकों ने पूर्व पार्षद जसवीर सिंह ढिल्लन एवं उनके समर्थकों के साथ अभद्र व्यवहार कर दिया।
उसके बाद हुआ जसबीर समर्थकों ने शिंदे एवं उसके गुंडो को जमीन पर लेटा कर उसकी जमकर पिटाई कर दी।
सूत्रों के अनुसार इस बीच अपनी पिटाई से भड़के आशीष शिंदे ने एक पुलिस अधिकारी को सार्वजनिक रूप से मां बहन की गालियां देते हुए यहां तक कह दिया कि तेरे रहते हुए मेरे ऊपर हाथ कैसे उठ गया ..
सूत्रों के अनुसार लोगों का कहना है कि शिंदे अपने पाले हुए गिरोह के अपराधी युवकों को बचाने के लिए हर महीने एक लंबी रकम पुलिस को देता रहा है इसलिए उसने इसी दंभ में पुलिस वालो के साथ खुलकर गाली गलोच कर दी।
सूत्रों के अनुसार बहरहाल पंडरी उत्तर विधानसभा का गर्भ कहलाता है।इस इलाके में इससे पहले कभी अपराधिक तत्वों को संरक्षण देने का प्रयास नहीं किया गया लेकिन लोगों से धोखाधड़ी कर अकूत पैसा कमाने के बाद स्वयं को हमेशा असुरक्षित देखने वाले शिंदे ने अपनी सुरक्षा के लिए हाल के वर्षो में यहां आधा दर्जन गिरोह खड़े कर दिया।
आज के इस पूरे घटनाक्रम की चर्चा आग की तरह शहर में फ़ैल चुकी है।
हालांकि इससे पहले भी आशीष शिंदे की कई जगह पिटाई की खबर है।
कुलदीप जुनेजा अपनी स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं।देखना यह होगा कि कुलदीप इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में जिस तरह का आक्रोश दिखाई दे रहा है ऐसे में कुलदीप भूमाफिया शिंदे से दूरी बनाते हैं या उसके पैसों से चुनाव में लग रहे मेले के झांसे में आकर अपने बीस साल पुराने समर्थको के घर बैठने का खामियाजा उठाते हैं।।